राजस्थान के संभाग: एक विस्तृत अध्ययन | RAS हेतु महत्त्वपूर्ण जानकारी
प्रस्तावना
राजस्थान भारत का भौगोलिक रूप से सबसे बड़ा राज्य है, जिसकी प्रशासनिक व्यवस्था को सुचारु रूप से चलाने हेतु इसे विभिन्न “संभागों” में विभाजित किया गया है। ये संभाग राज्य शासन और जिलों के बीच एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक कड़ी के रूप में कार्य करते हैं।
संभाग क्या होता है?
संभाग एक प्रशासनिक इकाई होती है, जो कई जिलों को मिलाकर बनाई जाती है। प्रत्येक संभाग का मुख्यालय होता है, जहाँ प्रमंडलीय आयुक्त (Divisional Commissioner) कार्यरत रहता है।
राजस्थान में कुल कितने संभाग हैं?
2023 तक राजस्थान में कुल 07 संभाग हैं। प्रत्येक संभाग में 2 से 7 जिले सम्मिलित हैं।
राजस्थान के संभाग: नाम, मुख्यालय, जिले और गठन वर्ष
सं. | संभाग का नाम | मुख्यालय | अंतर्गत जिले | गठन वर्ष |
---|---|---|---|---|
1 | जयपुर संभाग | जयपुर | जयपुर, दौसा, अलवर, सीकर, झुंझुनूं | 1956 |
2 | जोधपुर संभाग | जोधपुर | जोधपुर, पाली, जालोर, सिरोही, बाड़मेर, जैसलमेर | 1956 |
3 | उदयपुर संभाग | उदयपुर | उदयपुर, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, राजसमंद, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़ | 1956 |
4 | अजमेर संभाग | अजमेर | अजमेर, नागौर, टोंक, भीलवाड़ा | 1956 |
5 | कोटा संभाग | कोटा | कोटा, बूंदी, बारां, झालावाड़ | 1962 |
6 | बीकानेर संभाग | बीकानेर | बीकानेर, चूरू, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर | 1956 |
7 | भरतपुर संभाग | भरतपुर | भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर | 1992 |
8 | पाली संभाग (प्रस्तावित) | पाली | अभी राज्य सरकार द्वारा विचाराधीन | प्रस्तावित |
संभाग की प्रशासनिक संरचना
हर संभाग का प्रशासनिक प्रमुख एक वरिष्ठ IAS अधिकारीप्रमंडलीय आयुक्त
प्रमुख कार्य:
- जिलाधिकारियों का मार्गदर्शन व समन्वय
- राजस्व मामलों की निगरानी
- कानून व्यवस्था की समीक्षा
- आपदा प्रबंधन
- विकास योजनाओं की समीक्षा
- राजस्व न्यायालय के रूप में अपीलों की सुनवाई
संभाग का महत्व
- राज्य और जिलों के बीच प्रशासनिक समन्वय स्थापित करता है।
- राजनीतिक और प्रशासनिक निर्णयों को ज़मीनी स्तर तक पहुंचाना आसान होता है।
- विकास योजनाओं की क्षेत्रीय समीक्षा संभव होती है।
- आपात स्थिति में नियंत्रण बेहतर होता है।
नए प्रस्तावित संभाग
राजस्थान में समय-समय पर नए संभागों की मांग होती रही है। जैसे:
- पाली संभाग – पाली, नागौर, जालोर को शामिल करने का सुझाव
- बांसवाड़ा संभाग – जनजातीय बहुल क्षेत्र के विकास हेतु प्रस्तावित
RAS/ प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्त्वपूर्ण तथ्य
- संभागों की कुल संख्या व गठन वर्ष
- प्रत्येक संभाग के अंतर्गत आने वाले जिले
- प्रमंडलीय आयुक्त की भूमिका
- नए प्रस्तावित संभागों की जानकारी
निष्कर्ष
राजस्थान में संभागीय व्यवस्था प्रशासन को मजबूत बनाती है। यह RAS व अन्य राज्य स्तरीय परीक्षाओं के लिए एक आवश्यक टॉपिक है जिसे तथ्यों व विश्लेषण दोनों दृष्टिकोणों से समझना जरूरी है।
Keywords:
राजस्थान के संभाग, राजस्थान में कितने संभाग हैं, राजस्थान संभाग सूची, संभागीय आयुक्त के कार्य, RAS में संभाग, राजस्थान प्रशासनिक संरचना, राजस्थान के जिले और संभाग, संभाग गठन वर्ष
Ans. 4 जून 2005
Ans. 7
Ans. 6
Ans.जयपुर संभाग में कुल जिले 5 है - जयपुर, सीकर, झुझुनु, अलवर, दौसा
Ans. भरतपुर संभाग
Q.7 जोधपुर संभाग में कितने जिले आते हैं?
Ans. जोधपुर संभाग में 6 जिले आते हैं - जोधपुर, पाली, जालौर, सिरोही, बाडमेर, जैसलमेर
Q.8 अजमेर संभाग में कितने जिले हैं?
Ans. अजमेर संभाग में 4 जिले हैं - अजमेर संभाग में कितने जिले हैं
Q.9 Minimum International Border Builder - Bikaner
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